Cultural Samvaad| Indian Culture and Heritage
Jagannath Puri - अनाथस्य जगन्नाथ नाथस्त्वं

अनाथस्य  जगन्नाथ  नाथस्त्वं  मे न संशयः ।

यस्य नाथो जगन्नाथस्तस्य दुःखं कथं प्रभो ॥

यह सर्वविदित है कि जिन लोगों का इस दुनिया में कोई नहीं है, उनके स्वामी स्वयं भगवान श्री जगन्नाथ हैं| और जिनके स्वामी श्री जगन्नाथ हैं, उनको जीवन मे क्या दु:ख हो सकता है?

Jagannatha Rath Yatra

There is no doubt that Lord Jagannatha is the master of all those who have no one to look after them. And when Lord Jagannath himself is one’s master, what reason can one have to grieve?

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