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Shiva Prarthana न जानामि योगं जपं नैव पूजां

न जानामि योगं जपं नैव पूजां नतोऽहं सदा सर्वदा शम्भु तुभ्यम् ।

जराजन्मदुःखौघतातप्यमानं  प्रभो  पाहि आपन्नमामीश शम्भो ॥

 

हे प्रभो ! हे शम्भो ! हे ईश! मैं योग, जप और पूजा करना नहीं जानता हूँ| मैं सर्वदा आपको नमस्कार करता हूँ। जरा (बुढ़ापा) और जन्म के दुःख समूहों से सन्तप्त होते हुए मुझ दुःखी की दुःख से आप रक्षा कीजिये ॥

O Prabhu! O Shambhu! O Isha! I do not know how to perform yoga, japa (chanting or prayers) or puja. I always bow down to you at all times. Please protect me from the sorrows of old age and birth and the sins that lead to suffering. Please protect me from all afflictions.

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