Cultural Samvaad| Indian Culture and Heritage
महाराणा प्रताप जयन्ती
 

वीरशिरोमणि महाराणा प्रताप की जयन्ती के अवसर पर हम उनकी अप्रतिम देशभक्ति को जीवन्त करने वाला एक सजीव शब्द चित्र से श्रद्धांजली अर्पित कर रहें हैं| यह शब्द चित्र श्री श्याम नारायण पाण्डेय की प्रसिद्ध रचना ‘ हल्दीघाटी’ से लिया गया है|

 
वीरशिरोमणि! तेरी अक्षुण्ण , वीरता, धर्मनिष्ठा, कर्तव्य-परायणता और देश- सेवा ही नहीं, बल्कि चंचलगति चेतक घोड़ा का हवा से बातें करना, चंडिका को जीभ की तरह लपलपाती हुई रुधिर- प्रस्त्रविणी तलवार का बिजली की तरह गिरना, रक्त-तृषित तीव्र भाले का ताण्डव, झाला मान्ना और मानसिंह प्रभृति सरदारों का आत्मविसर्जन, वीर सिपाहियों का आज़ादी के लिए खेलते-खेलते हल्दीघाटी के महायज्ञ में आहुति बनकर स्वाहा हो जाना, भूख और प्यास के मारे तड़पते हुए तेरे बच्चों का करुण क्रन्दन और तेरा प्राणों के दीपक के उजियाले में वन-वन पलायिता स्वतन्त्रता की टोह लगाना आज भी आँखों के सामने सिनेमाफ़िल्म की तरह खिंचा हुआ है|

महाराणा प्रताप जयन्ती पर भारत के वीरशिरोमणि को शत-शत नमन!

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