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Ganpati Vedic Mantra - गणानां त्वा गणपतिं

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ॐ गणानां त्वा गणपतिं हवामहे कविं कवीनामुपमश्रवस्तमम् ।

ज्येष्ठराजं ब्रह्मणां ब्रह्मणस्पत आ नः  शृण्वन्नूतिभिःसीदसादनम् ॥

हिन्दी में भावार्थ

हे ब्रह्मणस्पते! ज्ञानियों में भी विशेष ज्ञानी, गणों के गणपति,  दूरदर्शियों के भी दूरदर्शी, अनुपमेय, श्रेष्ठ, तेजस्वी, हम आपका सहायता के लिए आवाहन करते हैं । हमारी स्तुति को सुनते हुये , रक्षण साधनों के साथ हमारे घर (हमारे यज्ञ) में सहायतार्थ आकर बैठिये|

Meaning in English

O Brahmanaspati (presiding deity of prayers and knowledge)! We invoke you, the chief among the ganas (Ganapati) and mantras, the wisest among the farsighted and the preeminent, glorious one who is beyond compare. Please listen to our prayers and come and be present in our homes and our endeavours to help us (with your wisdom and power).

Rigveda 2.23.1 | ऋग्वेद २.२३.१

 

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